शहरी हैं हम-वतन है हिन्दोस्ताँ हमारा है ये ज़मीन हमारी ये आसमाँ हमारा वेदांत भी हमारा क़ुरआन भी हमारा अल्लाह भी हमारा भगवान भी हमारा दीवाली और दशहरा ईद-उज़-ज़ुहा मोहर्रम दण्डी की ये सवारी और ये निशाँ हमारा ये पूजा-पाठ अपना रोज़ा-नमाज़ अपनी इज़हार-ए-अक़ीदत का है ये निशाँ हमारा अवतार और पयम्बर हैं पासबाँ हमारे सज्दे में सर-निगूँ है हिन्दोस्ताँ हमारा