नए सवालों की बात कीजे By Nazm << अक़्ल ओ दौलत के ख़ज़ाने तआ'क़ुब >> गई रुतों की कहानियाँ हैं निशानियाँ हैं वही खंडर है वही तमाशा-ए-अहद-ए-रफ़्ता ये ख़म नया है अलम नया है नए सवालों की बात कीजे जवाब दीजे कि आने वाले समय का आईना आप को भी इसी तरह मुनअ'किस करेगा Share on: