मेरी दुनिया हसीन दुनिया है जिस में सूरज है चाँद तारे हैं रोज़-ओ-शब हुस्न के नज़ारे हैं शब की महफ़िल सजी है तारों से जी बहलता है माह-पारों से रात को तारे जगमगाते हैं ख़ुद-बख़ुद गीत याद आते हैं किरनें लेती हैं रूप परियों का चाँद रातें हैं रक़्स के दरिया हैं शुआ'ओं में बिजलियाँ रक़्साँ उमड आए हैं नूर के तूफ़ाँ लाला-ज़ारों में फूल निखरे हैं आबशारों में गीत बिखरे हैं मौजें अंगड़ाई ले के चलती हैं लहरें बहते हुए मचलती हैं हर तरफ़ बिखरे बिखरे गेसू हैं और आँखों में प्रेम जादू हैं मुस्कुराहट में बिजलियाँ पिन्हाँ दिल की बर्बादियों के हैं सामाँ हर तरफ़ हुस्न है जवानी है कामरानी है शादमानी है मेरी दुनिया हसीन दुनिया है