पेड़ लगाएँ By बाल कविता, Nazm << पत्ते का ग़म रस की खीर >> आओ हम जंगल को बचाएँ पेड़ न काटें पेड़ उगाएँ हर दिल में एहसास ये रख दें बात ये हर इंसाँ को बताएँ पेड़ न काटें आग की ख़ातिर ईंधन कोई और जलाएँ ख़तरे में हैं पेड़ हमारे ख़तरे से हम इन को बचाएँ नई नस्ल की ख़ातिर 'आदिल' आओ हम भी पेड़ लगाएँ Share on: