साल-गिरह By Nazm << सर-ए-वादी-ए-सीना 'सज्जाद-ज़हीर' के... >> शाएर का जशन-ए-सालगिरह है शराब ला मंसब ख़िताब रुत्बा उन्हें क्या नहीं मिला बस नक़्स है तो इतना कि मम्दूह ने कोई मिस्रा किसी किताब के शायाँ नहीं लिखा Share on: