हिन्दोस्ताँ हमारा सुंदर है और प्यारा धरती है ये हमारी ये स्वर्ग है हमारा जिस तरह गंगा जमुना दो नद्दियाँ हैं प्यारी ऐसी ही गंगा-जमनी तहज़ीब है हमारी जिस तरह हिन्दू मुस्लिम रौनक़ हैं इस चमन की ऐसे ही हिन्दी उर्दू दो बहनें हैं वतन की इक माँ की कोख से ही पैदा हुई हैं दोनों तहज़ीब-ए-गंगा-जमनी ले कर बढ़ी हैं दोनों सीखी हैं बोलना ये ख़ुसरव के आस्ताँ में फैली हैं ख़ुशबू बन कर अब सारे गुलिस्ताँ में हिन्दोस्ताँ से चल कर फैलीं जहाँ में दोनों सब देस-वासियों की प्यारी ज़बाँ हैं दोनों उर्दू हो चाहे हिन्दी दोनों को ख़ूब पढ़ना कर के पढ़ाई ऊँची जीवन में आगे बढ़ना दोनों हैं मीठी मीठी दोनों से प्यार करना मुँह से लगा के रखना दिल से दुलार करना हिन्दी ज़बान की जय उर्दू ज़बान की जय हिन्दोस्तान की जय सारे जहान की जय