अभी मैं रौशनी में हूँ मिरा किरदार ज़िंदा है मिरी तहरीर ज़िंदा है मिरी गुफ़्तार ज़िंदा है अभी साँसों में गर्मी है अभी रफ़्तार ज़िंदा है रगों में दौड़ते फिरते लहू की धार ज़िंदा है मुसव्विर की क़सम उस का हसीं शहकार ज़िंदा है मैं फ़ितरत का उजाला हूँ अँधेरों से नहीं डरता मैं हर्फ़-ओ-सौत के अंधे लुटेरों से नहीं डरता ख़ुदा-ए-बरतर-ओ-आला का दिल में प्यार ज़िंदा है अभी मैं रौशनी में हूँ मिरा किरदार ज़िंदा है मुसव्विर की क़सम उस का हसीं शहकार ज़िंदा है