मास्टर जी

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लड़का: (हिसाब के टीचर से) जनाब हिन्दी के मास्टर साहब हिन्दी में, उर्दू के मास्टर साहब ‎उर्दू में, और अंग्रेज़ी के मास्टर साहब अंग्रेज़ी में पढ़ाते हैं। फिर आप बिल्कुल हिसाब ही की ‎ज़बान में क्यों नहीं पढ़ाते हैं?‎
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मास्टर साहब: ज़्यादा तीन-पाँच मत करो, नौ-दो-ग्यारह हो जाओ। वरना तीन-तेरह कर ‎दूँगा। ‎
[...]

सर पर क्या है

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बेटा स्कूल से वापस आकर माँ से बोला: “अम्मी! अम्मी! देखिए तो मेरे सर पर क्या हैं?’’
माँ ने ग़ौर से देखकर कहा: “बेटे तुम्हारे सर पर तो सिर्फ बाल हैं।”

“क्या सिर्फ बाल?” बेटे ने हैरत से पूछा
माँ ने कहा : हाँ भई सिर्फ और सिर्फ बाल हैं, इसके सिवा कुछ नहीं। [...]

क्या होगा?

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उस्ताद: अगर तुम मग़रिब की तरफ़ जाओ तो क्या होगा?
शागिर्द: होगा क्या। मैं ग़ुरूब हो जाऊँगा।


दाढ़ी और ब्रैक

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एक बूढ़ी औरत रास्ते से जा रही थी रास्ते में वो एक साईकल से टकरा गई। साईकल सवार के दाढ़ी भी थी। बूढ़ी ने कहा कि “इतनी बड़ी दाढ़ी रख कर टक्कर देते हो तुम्हें शर्म नहीं आती” उस आदमी ने कहा “ये दाढ़ी है, ब्रेक थोड़ी ही है।”


क्रिकेट कोच

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शौहर ने बीवी के सामने बे-तहाशा क़हक़हे लगाते हुए कहा
“अपने हमीद साहब की बेगम भी ख़ूब हैं। हम क्रिकेट के कोच के बारे में गुफ़्तगु कर रहे थे, हमारी गुफ़्तगु सुनकर वो ये समझीं कि कोच के चार पहिए होते हैं।

ये कह कर वो फिर से क़हक़हे लगाने लगा। उनकी बीवी भी क़हक़हे लगाने में शरीक हो गईं। दोनों मियाँ बीवी जब दिल खोल कर ख़ूब हंस चुके तो बीवी ने सरगोशी के अंदाज़ में शौहर से पूछा।
अच्छा तो क्रिकेट कोच में कितने पहिए होते हैं? [...]

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