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शारदा

नज़ीर ब्लैक मार्कीट से विस्की की बोतल लाने गया। बड़े डाकख़ाने से कुछ आगे बंदरगाह के फाटक से कुछ उधर सिगरेट वाले की दुकान से उसको स्काच मुनासिब दामों पर...

सआदत-हसन-मंटो

मम्मद भाई

फ़ारस रोड से आप उस तरफ़ गली में चले जाइए जो सफ़ेद गली कहलाती है तो उसके आख़िरी सिरे पर आपको चंद होटल मिलेंगे। यूँ तो बंबई में क़दम क़दम पर होटल और रेस्तोर...

सआदत-हसन-मंटो

जानकी

पूना में रेसों का मौसम शुरू होने वाला था कि पेशावर से अ’ज़ीज़ ने लिखा कि मैं अपनी एक जान पहचान की औरत जानकी को तुम्हारे पास भेज रहा हूँ, उसको या तो पूना...

सआदत-हसन-मंटो

मेरा नाम राधा है

ये उस ज़माने का ज़िक्र है जब इस जंग का नाम-ओ-निशान भी नहीं था। ग़ालिबन आठ नौ बरस पहले की बात है जब ज़िंदगी में हंगामे बड़े सलीक़े से आते थे। आज कल की तरह न...

सआदत-हसन-मंटो

उर्दू

जबीन-ए-वक़्त पर कैसी शिकन है हम नहीं समझे ...

rashid-banarasi

सोच कर भी क्या जाना जान कर भी क्या पाया

सोच कर भी क्या जाना जान कर भी क्या पाया ...

abdul-ahad-saaz

मिज़ाज-ए-सहल-तलब अपना रुख़्सतें माँगे

मिज़ाज-ए-सहल-तलब अपना रुख़्सतें माँगे ...

abdul-ahad-saaz

मिज़ाज-ए-सहल-तलब अपना रुख़्सतें माँगे

मिज़ाज-ए-सहल-तलब अपना रुख़्सतें माँगे ...

abdul-ahad-saaz

मिरी झोली में वो लफ़्ज़ों के मोती डाल देता है

मिरी झोली में वो लफ़्ज़ों के मोती डाल देता है ...

abdul-ahad-saaz

जीतने मारका-ए-दिल वो लगातार गया

जीतने मारका-ए-दिल वो लगातार गया ...

abdul-ahad-saaz

जीतने मारका-ए-दिल वो लगातार गया

जीतने मारका-ए-दिल वो लगातार गया ...

abdul-ahad-saaz

मम्मद भाई

फ़ारस रोड से आप उस तरफ़ गली में चले जाइए जो सफ़ेद गली कहलाती है तो उसके आख़िरी सिरे पर आपको चंद होटल मिलेंगे। यूँ तो बंबई में क़दम क़दम पर होटल और रेस्तोर...

सआदत-हसन-मंटो

याद कर कर के उसे वक़्त गुज़ारा जाए

याद कर कर के उसे वक़्त गुज़ारा जाए ...

abbas-tabish

बर्फ़बारी से पहले

“आज रात तो यक़ीनन बर्फ़ पड़ेगी”, साहिब-ए-ख़ाना ने कहा। सब आतिश-दान के और क़रीब हो के बैठ गए। आतिश-दान पर रखी हुई घड़ी अपनी मुतवाज़िन यकसानियत के साथ टक-टक ...

क़ुर्रतुलऐन-हैदर

मम्मद भाई

फ़ारस रोड से आप उस तरफ़ गली में चले जाइए जो सफ़ेद गली कहलाती है तो उसके आख़िरी सिरे पर आपको चंद होटल मिलेंगे। यूँ तो बंबई में क़दम क़दम पर होटल और रेस्तोर...

सआदत-हसन-मंटो

मिरा ख़ुलूस अभी सख़्त इम्तिहान में है

मिरा ख़ुलूस अभी सख़्त इम्तिहान में है ...

abbas-dana

मिरा ख़ुलूस अभी सख़्त इम्तिहान में है

मिरा ख़ुलूस अभी सख़्त इम्तिहान में है ...

abbas-dana

मज़ा आता किसी सूरत अगर तर्क-ए-वफ़ा होता

मज़ा आता किसी सूरत अगर तर्क-ए-वफ़ा होता ...

abbas-ali-khan-bekhud

किसी से इश्क़ करना और इस को बा-ख़बर करना

किसी से इश्क़ करना और इस को बा-ख़बर करना ...

abbas-ali-khan-bekhud

किसी से इश्क़ करना और इस को बा-ख़बर करना

किसी से इश्क़ करना और इस को बा-ख़बर करना ...

abbas-ali-khan-bekhud
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