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वही ना-सबूरी-ए-आरज़ू वही नक़्श-ए-पा वही जादा है
वही ना-सबूरी-ए-आरज़ू वही नक़्श-ए-पा वही जादा है ...
क्यूँ असीर-ए-गेसू-ए-ख़म-दार-ए-क़ातिल हो गया
क्यूँ असीर-ए-गेसू-ए-ख़म-दार-ए-क़ातिल हो गया ...
मसरूर हो रहे हैं ग़म-ए-'आशिक़ी से हम
मसरूर हो रहे हैं ग़म-ए-'आशिक़ी से हम ...
कारवाँ इश्क़ की मंज़िल के क़रीं आ पहुँचा
कारवाँ इश्क़ की मंज़िल के क़रीं आ पहुँचा ...