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असर बातों का तुझ पर अब सितम-गर कुछ नहीं होता
असर बातों का तुझ पर अब सितम-गर कुछ नहीं होता ...
मैं ज़मीं पर मेरे सर पर आसमाँ टहला किया
मैं ज़मीं पर मेरे सर पर आसमाँ टहला किया ...
'इश्क़-ए-उर्दू है 'मीर' हैं हम भी
'इश्क़-ए-उर्दू है 'मीर' हैं हम भी ...
अपने ही दिल में नहीं हर दिल में घर मैं ने किया
अपने ही दिल में नहीं हर दिल में घर मैं ने किया ...