सभी हिंदी शायरी

पहले तो रस्म-ओ-राह बढ़ाता चला गया

पहले तो रस्म-ओ-राह बढ़ाता चला गया ...

ali-tasif

मेरी शोहरत न तबी'अत न ठिकाना अच्छा

मेरी शोहरत न तबी'अत न ठिकाना अच्छा ...

ali-tasif

खुलता है किसी पर तो किसी पर नहीं खुलता

खुलता है किसी पर तो किसी पर नहीं खुलता ...

ali-tasif

कैसे आँखों में कोई ख़्वाब सुनहरा पाले

कैसे आँखों में कोई ख़्वाब सुनहरा पाले ...

ali-tasif

काम हिर्स-ओ-हवस का थोड़ी है

काम हिर्स-ओ-हवस का थोड़ी है ...

ali-tasif

जैसे ख़ामोश-बयानी को बयाँ होने में

जैसे ख़ामोश-बयानी को बयाँ होने में ...

ali-tasif

हमवार खींच कर कभी दुश्वार खींच कर

हमवार खींच कर कभी दुश्वार खींच कर ...

ali-tasif

फ़क़त जस्त भरने तलक मसअला है

फ़क़त जस्त भरने तलक मसअला है ...

ali-tasif

एक मुफ़्लिस का गुज़र बाज़ार से होता हुआ

एक मुफ़्लिस का गुज़र बाज़ार से होता हुआ ...

ali-tasif

ऐ ज़िंदगी बस और नहीं बस सकत नहीं

ऐ ज़िंदगी बस और नहीं बस सकत नहीं ...

ali-tasif

अब मैं ख़ुद को याद आना छोड़ दूँ

अब मैं ख़ुद को याद आना छोड़ दूँ ...

ali-tasif

आती न अगर काम मिरे दर-ब-दरी भी

आती न अगर काम मिरे दर-ब-दरी भी ...

ali-tasif

मेरा सफ़र

हम-चू सब्ज़ा बार-हा रोईदा-एम ...

richard-j.-cohen

मक़तल-ए-शौक़ के आदाब निराले हैं बहुत

मक़तल-ए-शौक़ के आदाब निराले हैं बहुत

ali-sardar-jafri

सितारों के पयाम आए बहारों के सलाम आए

सितारों के पयाम आए बहारों के सलाम आए ...

ali-sardar-jafri

सबा ने कान में आ कर कहा मिले ही नहीं

सबा ने कान में आ कर कहा मिले ही नहीं ...

ali-sajid

जब जब उस को यार मनाना पड़ता है

जब जब उस को यार मनाना पड़ता है ...

ali-sajid

जब 'अक्स मिरा शोर मचाने में लग गया

जब 'अक्स मिरा शोर मचाने में लग गया ...

ali-sajid

दुख में लिपटा हुआ सताए बदन

दुख में लिपटा हुआ सताए बदन ...

ali-qaisar

शैख़-ओ-वाइज़ को ख़ुदारा हम-नशीं मत कीजिए

शैख़-ओ-वाइज़ को ख़ुदारा हम-नशीं मत कीजिए ...

ali-minai
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