सभी हिंदी शायरी

रखना हो तो दिल को निगह-ए-यार में रखना

रखना हो तो दिल को निगह-ए-यार में रखना ...

ali-minai

ऐ कश्मकश-ए-उल्फ़त जी सख़्त परेशाँ है

ऐ कश्मकश-ए-उल्फ़त जी सख़्त परेशाँ है ...

ali-manzoor-hyderabadi

हम-सफ़र गुम रास्ते ना-पैद घबराता हूँ मैं

हम-सफ़र गुम रास्ते ना-पैद घबराता हूँ मैं ...

ali-jawad-zaidi

आँख कुछ बे-सबब ही नम तो नहीं

आँख कुछ बे-सबब ही नम तो नहीं ...

ali-jawad-zaidi

किसी के इश्क़ में रस्तों की धूल हो गए हैं

किसी के इश्क़ में रस्तों की धूल हो गए हैं ...

ali-arman

मैं लौह-ए-अर्ज़ पे नाज़िल हुआ सहीफ़ा हूँ

मैं लौह-ए-अर्ज़ पे नाज़िल हुआ सहीफ़ा हूँ ...

ali-akbar-abbas

अपने नाख़ुन अपने चेहरे पर ख़राशें दे गए

अपने नाख़ुन अपने चेहरे पर ख़राशें दे गए ...

ali-akbar-abbas

कभी ज़मीन कभी आसमाँ से गुज़री है

कभी ज़मीन कभी आसमाँ से गुज़री है ...

ali-afzal-jhanjhanvi

रात तहरीरों की अब यकसर ख़याली हो गई

रात तहरीरों की अब यकसर ख़याली हो गई ...

ali-abbas-ummeed

फ़स्ल-ए-गुल में भी वही दौर-ए-ख़िज़ाँ है अब के

फ़स्ल-ए-गुल में भी वही दौर-ए-ख़िज़ाँ है अब के ...

ali-abbas-ummeed

रानाई-ए-हयात हुई कम है इन दिनों

रानाई-ए-हयात हुई कम है इन दिनों ...

al-haaj-al-hafiz

बा'द मुद्दत मुझे नींद आई बड़े चैन की नींद

बा'द मुद्दत मुझे नींद आई बड़े चैन की नींद

aleena-itrat

अँधेरी शब का ये ख़्वाब-मंज़र मुझे उजालों से भर रहा है

अँधेरी शब का ये ख़्वाब-मंज़र मुझे उजालों से भर रहा है

aleena-itrat

ज़िंदा रहने की ये तरकीब निकाली मैं ने

ज़िंदा रहने की ये तरकीब निकाली मैं ने ...

aleena-itrat

वो ही अंदाज़-ए-दिलबरी है अभी

वो ही अंदाज़-ए-दिलबरी है अभी ...

aleena-itrat

पुकारते पुकारते सदा ही और हो गई

पुकारते पुकारते सदा ही और हो गई ...

aleena-itrat

बादा-ख़ाने की रिवायत को निभाना चाहिए

बादा-ख़ाने की रिवायत को निभाना चाहिए ...

aleem-usmani

इक राज़-ए-ग़म-ए-दिल जब ख़ुद रह न सका दिल तक

इक राज़-ए-ग़म-ए-दिल जब ख़ुद रह न सका दिल तक ...

aleem-masroor

चले थे भर के रेत जब सफ़र की जिस्म-ओ-जाँ में हम

चले थे भर के रेत जब सफ़र की जिस्म-ओ-जाँ में हम ...

aleem-afsar

ये बात वक़्त से पहले कहाँ समझते हैं

ये बात वक़्त से पहले कहाँ समझते हैं ...

alam-khursheed
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