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तुझ से ऐ ज़ीस्त हमें जितने हसीं ख़्वाब मिले
तुझ से ऐ ज़ीस्त हमें जितने हसीं ख़्वाब मिले ...
चमन में रहने वालों से तो हम सहरा-नशीं अच्छे
चमन में रहने वालों से तो हम सहरा-नशीं अच्छे
'उम्र-भर की तल्ख़ बेदारी का सामाँ हो गईं
'उम्र-भर की तल्ख़ बेदारी का सामाँ हो गईं ...
न तुम्हारा हुस्न जवाँ रहा न हमारा 'इश्क़ जवाँ रहा
न तुम्हारा हुस्न जवाँ रहा न हमारा 'इश्क़ जवाँ रहा ...
बजा कि है पास-ए-हश्र हम को करेंगे पास-ए-शबाब पहले
बजा कि है पास-ए-हश्र हम को करेंगे पास-ए-शबाब पहले ...
अगर वो अपने हसीन चेहरे को भूल कर बे-नक़ाब कर दे
अगर वो अपने हसीन चेहरे को भूल कर बे-नक़ाब कर दे ...