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देखने को फूल में मशग़ूल है

देखने को फूल में मशग़ूल है ...

aarif-nazeer

दम-ब-दम मेरा तरफ़-दार हुआ करता था

दम-ब-दम मेरा तरफ़-दार हुआ करता था ...

aarif-nazeer

बस फ़िराक़-ए-यार में जारी सुख़न-आराइयाँ

बस फ़िराक़-ए-यार में जारी सुख़न-आराइयाँ ...

aarif-nazeer

अपने दिल पर ही नहीं है मुझे क़ाबू बोलो

अपने दिल पर ही नहीं है मुझे क़ाबू बोलो ...

aarif-nazeer

ये तसल्ली ये दिलासा ये सहारा नाटक

ये तसल्ली ये दिलासा ये सहारा नाटक ...

aarif-nazeer

उलझी उलझी ज़ुल्फ़ के ख़म नाचते

उलझी उलझी ज़ुल्फ़ के ख़म नाचते ...

aarif-nazeer

मुझे था तुझ से कभी प्यार झूट बोला था

मुझे था तुझ से कभी प्यार झूट बोला था ...

aarif-nazeer

कुचला किए हैं कितने ही लश्कर ज़मीन को

कुचला किए हैं कितने ही लश्कर ज़मीन को ...

aarif-nazeer

कोई क़ीमत लगाए साए की

कोई क़ीमत लगाए साए की ...

aarif-nazeer

कोई मारे तो मार डाले मुझे

कोई मारे तो मार डाले मुझे ...

aarif-nazeer

कहूँ किस से कि धुँदलाए हुए हैं

कहूँ किस से कि धुँदलाए हुए हैं ...

aarif-nazeer

जब से नसीब मेरा ठिकाने पे आ गया

जब से नसीब मेरा ठिकाने पे आ गया ...

aarif-nazeer

हुज़ूर खेल है या फिर डरामा-बाज़ी है

हुज़ूर खेल है या फिर डरामा-बाज़ी है ...

aarif-nazeer

है नज़र में जो बाल शीशे का

है नज़र में जो बाल शीशे का ...

aarif-nazeer

ग़म के बादल अगर छटे हुए थे

ग़म के बादल अगर छटे हुए थे ...

aarif-nazeer

एक ही मंज़र तो बेहतर था हमें

एक ही मंज़र तो बेहतर था हमें ...

aarif-nazeer

देख ले ख़ुद ही कोई लौट के जाते हुए हाथ

देख ले ख़ुद ही कोई लौट के जाते हुए हाथ ...

aarif-nazeer

बात आगे बढ़ा तरीक़े से

बात आगे बढ़ा तरीक़े से ...

aarif-nazeer

'अदू दामन पसारे मिल रहे हैं

'अदू दामन पसारे मिल रहे हैं ...

aarif-nazeer

मिल ही जाएगा कभी दिल को यक़ीं रहता है

मिल ही जाएगा कभी दिल को यक़ीं रहता है ...

ahmad-mushtaq
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