सभी हिंदी शायरी

हाथ से नापता हूँ दर्द की गहराई को

हाथ से नापता हूँ दर्द की गहराई को ...

ahmad-mushtaq

भूले-बिसरे मौसमों के दरमियाँ रहता हूँ मैं

भूले-बिसरे मौसमों के दरमियाँ रहता हूँ मैं ...

ahmad-mushtaq

'अजब नहीं कभी नग़्मा बने फ़ुग़ाँ मेरी

'अजब नहीं कभी नग़्मा बने फ़ुग़ाँ मेरी ...

ahmad-mushtaq

ये भी इसरार कोई रौज़न-ए-दर बाज़ न हो

ये भी इसरार कोई रौज़न-ए-दर बाज़ न हो ...

ahmad-muneer

है सूनी सूनी हर इक रहगुज़ार आख़िर-ए-शब

है सूनी सूनी हर इक रहगुज़ार आख़िर-ए-शब ...

ahmad-merathi

क्या दिल का ये इलाक़ा ख़ाली पड़ा रहेगा

क्या दिल का ये इलाक़ा ख़ाली पड़ा रहेगा ...

ahmad-mahfuz

आख़िरी मा'रका अब शहर-ए-धुआँ-धार में है

आख़िरी मा'रका अब शहर-ए-धुआँ-धार में है ...

ahmad-kamal-parwazi

यूँ चक्खो तो फीका पानी

यूँ चक्खो तो फीका पानी ...

ahmad-kamal-hashmi

वो मेरे बारे में जो कुछ बता रहा था मुझे

वो मेरे बारे में जो कुछ बता रहा था मुझे ...

ahmad-kamal-hashmi

वो बोला ख़ुश है बहुत मुझ से दूर जाते हुए

वो बोला ख़ुश है बहुत मुझ से दूर जाते हुए ...

ahmad-kamal-hashmi

वही सहरा सा बहुत और ज़रा सा दरिया

वही सहरा सा बहुत और ज़रा सा दरिया ...

ahmad-kamal-hashmi

उदास रहने को तो सब उदास रहते हैं

उदास रहने को तो सब उदास रहते हैं ...

ahmad-kamal-hashmi

सोचा कभी नहीं था कि ऐसा करेंगे ख़्वाब

सोचा कभी नहीं था कि ऐसा करेंगे ख़्वाब ...

ahmad-kamal-hashmi

सीम मिट्टी की है ज़र मिट्टी का है

सीम मिट्टी की है ज़र मिट्टी का है ...

ahmad-kamal-hashmi

सहारा मैं नहीं बनता अगर उदासी का

सहारा मैं नहीं बनता अगर उदासी का ...

ahmad-kamal-hashmi

न उस की याद जाती है न उस का ग़म निकलता है

न उस की याद जाती है न उस का ग़म निकलता है ...

ahmad-kamal-hashmi

मिरी नज़र का नहीं मेरे दिल का धोका था

मिरी नज़र का नहीं मेरे दिल का धोका था ...

ahmad-kamal-hashmi

मिरे दिये तिरा ने'मुल-बदल रहा हूँ मैं

मिरे दिये तिरा ने'मुल-बदल रहा हूँ मैं ...

ahmad-kamal-hashmi

मिरे आगे वो आ कर चुप खड़ा था

मिरे आगे वो आ कर चुप खड़ा था ...

ahmad-kamal-hashmi

लिफ़ाफ़े में एक कोरा काग़ज़ पड़ा हुआ था

लिफ़ाफ़े में एक कोरा काग़ज़ पड़ा हुआ था ...

ahmad-kamal-hashmi
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