सभी हिंदी शायरी

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ख़्वाब जैसी कहीं कहीं शायद ...

zeeshan-sahil

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किसी दिन तुम्हें याद करते हुए मैं ...

zeeshan-sahil

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सुना है मैं ने कि अब सितारे ...

zeeshan-sahil

तुझे ख़बर नहीं ऐ बेवफ़ा हज़ारों ने

तुझे ख़बर नहीं ऐ बेवफ़ा हज़ारों ने ...

zeeshan-kavish

सभी पढ़ते रहे चेहरा हमारा

सभी पढ़ते रहे चेहरा हमारा ...

zeeshan-kavish

मुस्कुरा कर गुज़र गया कोई

मुस्कुरा कर गुज़र गया कोई ...

zeeshan-kavish

गुल भी हो सकता है और जाम भी हो सकता है

गुल भी हो सकता है और जाम भी हो सकता है ...

zeeshan-kavish

अपने दिल से मिरी यादों को हटाने वाला

अपने दिल से मिरी यादों को हटाने वाला ...

zeeshan-kavish

रुका सा था कोई मंज़र मगर ठहरा नहीं था

रुका सा था कोई मंज़र मगर ठहरा नहीं था ...

yasir-iqbal

ख़्वाहिश का बोझ रख लिया दिल की असास पर

ख़्वाहिश का बोझ रख लिया दिल की असास पर ...

wasim-nadir

ख़्वाब में हाथ छुड़ाती हुई तक़दीर का दुख

ख़्वाब में हाथ छुड़ाती हुई तक़दीर का दुख ...

wasim-nadir

कभी कपड़े बदलता है कभी लहजा बदलता है

कभी कपड़े बदलता है कभी लहजा बदलता है ...

wasim-nadir

उन से कहता हूँ याद कर मुझ को

उन से कहता हूँ याद कर मुझ को ...

vikas-naseeb

उन के सीने पे रख के सर हम ने

उन के सीने पे रख के सर हम ने ...

vikas-naseeb

उन के नक़्श-ए-क़दम महकते हैं

उन के नक़्श-ए-क़दम महकते हैं ...

vikas-naseeb

तेरी तस्वीर मेरे पास नहीं

तेरी तस्वीर मेरे पास नहीं ...

vikas-naseeb

दिल से निकली है गर दु'आ मेरी

दिल से निकली है गर दु'आ मेरी ...

vikas-naseeb

शहीदों का तिरे शोहरा ज़मीं से आसमाँ तक है

शहीदों का तिरे शोहरा ज़मीं से आसमाँ तक है

urooj-qadri

दोपहर तक बिक गया बाज़ार का हर एक झूट

दोपहर तक बिक गया बाज़ार का हर एक झूट

unknown

ज़िंदगी तू ने 'अजब बात ये बतलाई है

ज़िंदगी तू ने 'अजब बात ये बतलाई है ...

umood-abrar-ahmad
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