सभी हिंदी शायरी

काम निमटा के हम तो सो गए हैं

काम निमटा के हम तो सो गए हैं ...

shariq-kaifi

जिस्म बचा है जाने भर का

जिस्म बचा है जाने भर का ...

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जाऊँ फिर उस को मनाने के लिए

जाऊँ फिर उस को मनाने के लिए ...

shariq-kaifi

जश्न तुझे ठुकरा कर होगा

जश्न तुझे ठुकरा कर होगा ...

shariq-kaifi

जब साहिल का धोका साहिल हो जाता है

जब साहिल का धोका साहिल हो जाता है ...

shariq-kaifi

जब निकले राय-शुमारी को

जब निकले राय-शुमारी को ...

shariq-kaifi

जब मुझे काम का बताया गया

जब मुझे काम का बताया गया ...

shariq-kaifi

जब कभी ज़ख़्म शनासाई के भर जाते हैं

जब कभी ज़ख़्म शनासाई के भर जाते हैं ...

shariq-kaifi

जाने सूली पे हम चढ़ाए गए

जाने सूली पे हम चढ़ाए गए ...

shariq-kaifi

जाने किन बे-वफ़ाओं का चर्चा किया

जाने किन बे-वफ़ाओं का चर्चा किया ...

shariq-kaifi

इतना तन्हाई से घबराने लगे हैं

इतना तन्हाई से घबराने लगे हैं ...

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इतना हम घबरा गए ख़ुद से

इतना हम घबरा गए ख़ुद से ...

shariq-kaifi

इतना अपना हो जाता हूँ

इतना अपना हो जाता हूँ ...

shariq-kaifi

'इश्क़ पहली मिरी बुराई थी

'इश्क़ पहली मिरी बुराई थी ...

shariq-kaifi

'इश्क़ को जितना भी समझा हम ने

'इश्क़ को जितना भी समझा हम ने ...

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हुश्यारी का मोल चुकाता रहता हूँ

हुश्यारी का मोल चुकाता रहता हूँ ...

shariq-kaifi

हुक़ूक़ जब याद आए अपने

हुक़ूक़ जब याद आए अपने ...

shariq-kaifi

हवस में मुब्तला हम को मिला था

हवस में मुब्तला हम को मिला था ...

shariq-kaifi

हरीफ़ मुझ सा अगर हो तो कुछ ख़सारा नहीं

हरीफ़ मुझ सा अगर हो तो कुछ ख़सारा नहीं ...

shariq-kaifi

हक़ीक़त खुल नहीं पाई अभी तक

हक़ीक़त खुल नहीं पाई अभी तक ...

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