सभी हिंदी शायरी

है अब वो भी दस्त-ए-ख़रीदार में

है अब वो भी दस्त-ए-ख़रीदार में ...

shariq-kaifi

घरों में छुप के न बैठो कि रुत सुहानी है

घरों में छुप के न बैठो कि रुत सुहानी है ...

shariq-kaifi

फ़सुर्दा कर गया अगले ज़मानों से गुज़रना

फ़सुर्दा कर गया अगले ज़मानों से गुज़रना ...

shariq-kaifi

फ़र्क़ तो पड़ना था यारी में

फ़र्क़ तो पड़ना था यारी में ...

shariq-kaifi

फ़रेब-ए-आगही में जान दे दी

फ़रेब-ए-आगही में जान दे दी ...

shariq-kaifi

एक ऐसा भी वक़्त आता है

एक ऐसा भी वक़्त आता है ...

shariq-kaifi

दिल में कुछ हो तो मुस्कुराइएगा

दिल में कुछ हो तो मुस्कुराइएगा ...

shariq-kaifi

दफ़्तर में बेकार की बातें करते रहिए

दफ़्तर में बेकार की बातें करते रहिए ...

shariq-kaifi

चुप हैं सब मौत के सवाल के बा'द

चुप हैं सब मौत के सवाल के बा'द ...

shariq-kaifi

छूट रहा है घर जैसा कुछ

छूट रहा है घर जैसा कुछ ...

shariq-kaifi

चाँद कल ऐसा लगा तारों के बीच

चाँद कल ऐसा लगा तारों के बीच ...

shariq-kaifi

बिछड़ कर हम उसी के हक़ में अच्छा कर रहे थे

बिछड़ कर हम उसी के हक़ में अच्छा कर रहे थे ...

shariq-kaifi

बीच-बचाव करने बाहर जाया जाए

बीच-बचाव करने बाहर जाया जाए ...

shariq-kaifi

बस्ती बुरी नहीं ये हमारे क़यास में

बस्ती बुरी नहीं ये हमारे क़यास में ...

shariq-kaifi

बराबर जिस्म को धमका रही है

बराबर जिस्म को धमका रही है ...

shariq-kaifi

बात रखने का मौक़ा' दिया जाएगा

बात रखने का मौक़ा' दिया जाएगा ...

shariq-kaifi

बात करते थे और पत्थर थे

बात करते थे और पत्थर थे ...

shariq-kaifi

अस्ल सूरत छुपाने वाले बुरे

अस्ल सूरत छुपाने वाले बुरे ...

shariq-kaifi

ऐसा करते हैं सुब्ह टालते हैं

ऐसा करते हैं सुब्ह टालते हैं ...

shariq-kaifi

अच्छी-अच्छी बातें दुनिया-दारी वाली

अच्छी-अच्छी बातें दुनिया-दारी वाली ...

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